पाइल्स को कैसे खत्म करें? How to finish Piles?
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पाइल्स को कैसे खत्म करें? How to finish Piles ? |
जिस तरह से आज समाज में खानपान तेज़ी से बदल रह है, इस का असर लोगो की सेहत पर आसानी से देखा जा सकता है। लोगो की दिनचर्या में फास्ट फ़ूड शामिल हो गया है जोकि देर सबेर आपकी सेहत के लिए हानिकारक है। पाईल्स एक तेज़ी से बढ़ती हुई बीमारी है जिसका शिकार समाज के अधिकांश लोग है।
पाइल्स को Hemorrhoids या बवासीर भी कहा जाता है। पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जो बेहद दर्दनाक होती है। बवासीर एक ऐसी बीमारी है, जो बेहद तकलीफदेह होती है।इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति शर्म के कारण या संकोच वश डॉक्टर से परामर्श करने से कतराते है, जो कि सेहत की दृष्टि से गलत है। हम आग्रह करते है यदि आप इस से पीड़ित है तो निसंकोच डॉक्टर से परामर्श करें।
पाइल्स क्या है?
पाइल्स या बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें गुदा के अंदर और बाहर की नसें फूल जाती हैं। इस वजह से, कुछ मस्से आंतरिक भाग या गुदा के बाहर बनते हैं, जिनमें से कई बार खून निकलता हैं और दर्द का कारण बनते हैं। कभी-कभी ये मस्से मल त्यागने के समय जोर लगाने से बहार निकल आते हैं।
पाइल्स के लक्षण और कारण
- मल त्याग के दौरान दर्द रहित रक्तस्राव
- आपके गुदा / गुदा क्षेत्र के आसपास खुजली या जलन या सूजन।
- दर्द या तकलीफ
- बवासीर
- मलाशय के आसपास कहीं सूजन
- आपकी गुदा के पास एक गांठ, जो संवेदनशील या दर्दनाक हो सकती है
- मल में खून आना
कारण-
- कुछ लोगों को अपने रोजगार के कारण घंटों खड़े रहना पड़ता है, जैसे बस कंडक्टर, ट्रैफिक पुलिस आदि।
- इसके साथ ही जिन लोगों को भारी वजन उठाना पड़ता है। इन लोगों को बवासीर से पीड़ित होने की अधिक संभावना है।
- कब्ज भी बवासीर का एक प्रमुख कारण है। कब्ज में, मल सूखा और कठोर होता है, जिसके कारण व्यक्ति को मल त्याग में कठिनाई होती है।
- एक लंबे समय के लिए ऊपर और नीचे बैठना पड़ता है। इस कारण से, रक्त वाहिकाओं पर जोर होता है, और यह मस्से का रूप ले लेते है।
- अधिक तला हुआ और मिर्च-मसालेदार भोजन करना।
- शौच ठीक से न होना
- आलस्य या कम शारीरिक गतिविधि।
- धूम्रपान और शराब का सेवन।
- डिप्रेशन
- फाइबर युक्त भोजन का सेवन न करना।
- महिलाओं में प्रसव के दौरान गुदा पर दबाव पड़ने के कारण बवासीर होने का खतरा होता है।
पाइल्स को चार अवस्थाओं में बांटा गया है (पाइल्स स्टेज)
बवासीर की पहली स्थिति - इसमें गुदा के आसपास सूजन होती है, गुदा के अंदर छोटे आकार के मस्से होते हैं। जो आमतौर पर दिखाई नहीं देते हैं।
बवासीर की दूसरी स्थिति - इसमें मस्से का आकार बड़ा होता है और ये गुदा के अंदर होते हैं लेकिन कभी-कभी ये मल को धकेल कर बाहर आ जाते हैं, लेकिन इन्हें अंदर किया जा सकता है।
बवासीर की तीसरी स्थिति - बवासीर के तीसरे स्तर को प्रोलैप्स बवासीर के रूप में भी जाना जाता है। इसमें मस्से गुदा के बाहरी तरफ विकसित होते हैं, जिसे पीड़ित व्यक्ति लटका हुआ महसूस करता है।
बवासीर की चौथी स्थिति - यह स्थिति अधिक दर्दनाक होती है। इसमें गुदा के बाहरी भाग पर छोटी-छोटी गांठें विकसित हो जाती हैं, जिसमें दर्द के साथ खुजली महसूस होती है। ऐसे में, अगर इस गांठ में खून है, तो समय रहते इसका इलाज करवाना बहुत जरूरी है।
बवासीर जल्द से जल्द ठीक करने के उपाय-
ईसबगोल: ईसबगोल की भूसी खाने से पेट साफ रहता है, मल की कठोरता कम होती है। और गुदा में कोई दर्द नहीं होता है।
छाछ और जीरा- बवासीर जल्द से जल्द ठीक करने का अचूक उपाय। 50 ग्राम जीरा को दो लीटर बटर मिल्क में पीस कर मिला ले और अगर आपको प्यास लगती है तो पानी के बजाय इस मिश्रण को पिएं। इसके सेवन से सिर्फ चार दिन में लाभ दिखाई देने लगते हैं।
जामुन-जामुन और आम की गुठली खूनी बवासीर में बहुत उपयोगी है। जामुन और आम की गुठली के अंदरूनी हिस्से को निकालें, सुखाकर उनका पाउडर बना लें। इस पाउडर के लिए एक चम्मच साफ पानी या छाछ के साथ लें। इससे आपको बड़ा फायदा मिलेगा।
किशमिश – सौ ग्राम किशमिश को पानी में, रात को सोते समय भिगो दें।इसे पानी में मैश करें और सुबह उठने के बाद इसे रोज पियें। बवासीर के इलाज के लिए यह बहुत अच्छा नुस्खा है।
ऊपर दिए लक्षणों से यदि आप पीड़ित है तो निसंकोच डॉक्टर से परामर्श करें।