आज आपको मिट्टी के बर्तन के फायदों के बारे में जानना चाहिए। You Need To Know About Earthen Pots Benefits Today.
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स्वास्थ्यवर्धक है मिट्टी के बर्तन, जाने इसमें खाना बनाने के फायदे-Pottery is healthy, know the benefits of cooking in it- |
क्यों हर कोई मिट्टी के बर्तनों के बारे में बात कर रहा है? -Why Is Everyone Talking About Earthen Pots Benefits?
स्वास्थ्यवर्धक है मिट्टी के बर्तन, जाने इसमें खाना बनाने के फायदे-Pottery is healthy, know the benefits of cooking in it-
खाना बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले बर्तन का भी हमारे स्वास्थ्य पर बहुत
प्रभाव पड़ता है क्योकि भोजन में मौजूद आवश्यक तत्वों और गुणों को बढ़ाने
और घटाने में बर्तनों का विशेष योगदान होता हैं।
हज़ारो साल
पहले भारत में खाना पकाने और खाने के लिये मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग (Use of pottery)
किया जाता था। करीब दो सौ साल पूर्व मिटटी के बर्तनों का उपयोग बंद हो गया
और लोगों ने एल्यूमीनियम के बर्तनों का उपयोग करना शुरू कर दिया। मिट्टी
के बर्तनों में पकाया गया भोजन हमारे शरीर को कई बीमारियों से दूर रखता
है। धातु में पकाया गया भोजन शरीर के लिए हानिकारक होता है
धीमी
आंच पर पकाया जाने वाला भोजन स्वादिष्ट होने के साथ-साथ शरीर के लिए
लाभदायक भी होता है। यह शरीर को घातक बीमारियों से बचाता है।
आजकल
सभी घरों में प्रेशर कुकर का उपयोग किया जाता है जो एल्यूमीनियम से बने
होते हैं। इसका उपयोग स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है. कुकर भोजन को पकाता
नही बल्कि उसे भाप से गलाता है। जल्दबाजी में पकाया गया भोजन स्वास्थ्य के
लिए हानिकारक होता है। जिसके कारण टीबी, डायबिटीज, अस्थमा और लकवा जैसी
बीमारियां हो सकती हैं।
हमारे शरीर को मिट्टी से 18 प्रकार के सूक्ष्म पोषक तत्व मिलते हैं, यह हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है।
धातु के बर्तनों में पकाए गए भोजन के नुकसान (Disadvantages of food cooked in metal utensils) -
पीतल
के बर्तन में पकाए गए भोजन में 7 प्रतिशत पोषक तत्व खो जाते हैं।, कांसे
के बर्तन में पकाने से 3 प्रतिशत पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं और कुकर में
पके भोजन में 87 प्रतिशत पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं। जबकि मिट्टी के
बर्तन में पकाकर खाने से हमें 100 प्रतिशत पौष्टिक तत्व मिलते हैं, इसके
अलावा यह भोजन स्वादिष्ट भी होता है।मिट्टी के बर्तन में खाना बनाने के फायदे (Benefits of cooking in an earthen pot)
- सौ प्रतिशत मिट्टी के बर्तनों में धातुएँ नहीं होती हैं और उनमें रासायनिक भी नहीं होते हैं। सीसा जो भोजन को नुकसान पहुंचाता है वह मिट्टी के बर्तनों में नहीं पाया जाता है और इसमें हानिकारक कैडमियम तत्व नहीं होते हैं।
- मिट्टी के बर्तनों में प्लास्टिक, डाई, अभ्रक आदि नहीं होते हैं। इसमें पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस जैसे प्राकृतिक रूप से लाभकारी खनिज पाए जाते हैं। जिसका प्रकृति और पर्यावरण पर कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
- मिट्टी के बर्तनों में पके भोजन में पाए जाने वाले रासायनिक तत्व दूषित नहीं होते हैं, जैसे कि - धातु के बर्तन में खाना पकाने से भोजन में धातु मिक्स हो जाती है और शरीर को नुकसान होता है।
- मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाने में भाप का उपयोग ठीक से नियंत्रित होता है। इससे भोजन के पोषक तत्व नष्ट नहीं होते हैं। साथ ही, घी, तेल का उपयोग भी बहुत कम होता है। भोजन केवल अपने तेल और रस से ही पकता है।
- मिट्टी के बर्तनों में पके खाने में मसाले आदि ठीक से पक जाते हैं।
- इन बर्तनों में खाना काफी समय तक गरम बना रहता है। इस प्रकार बिजली की भी बचत होती है।
हम में से अधिकांश लोग इन वास्तविकताओं के साथ सहमत हैं, लकिन आज की जीवन शैली के कारण यह हम सभी के लिए ऐसा करने के लिए व्यावहारिक नहीं है। यदि आप लंबा स्वस्थ जीवन चाहते है तो मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करने में कोई बुराई नहीं है।